श्री कल्लाजी महामंत्र

"ॐ अचल सुताय विधमहे कृष्णा वल्लभाय धीमहि तन्नो कल्ला प्रचोदयात !!!"

ANMOL VACHAN लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
ANMOL VACHAN लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सफलता के 20 मँत्र "

सफलता के 20 मँत्र "
1.खुद की कमाई से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..!
2. दिन मेँ कम से कम 3 लोगो की प्रशंसा करो..!
3. खुद की भुल स्वीकारने मेँ कभी भी संकोच मत करो..!
4. किसी के सपनो पर हँसो मत..!
5. आपके पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी कभी आगे जाने का मौका दो..!
6. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुए देखे..!
7. खुब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लो..!
8. किसी के पास से कुछ जानना हो तो विवेक से दो बार...पुछो..!
9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दो..!
10. ईश्वर पर पुरा भरोसा रखो..!
11. प्रार्थना करना कभी मत भुलो,प्रार्थना मेँ अपार शक्ति होती है..!
12. अपने काम से मतलब रखो..!
13. समय सबसे ज्यादा कीमती है, इसको फालतु कामो मेँ खर्च मत करो..
14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश रहना सिखो..!
15. बुराई कभी भी किसी कि  भी मत करो, क्योकिँ बुराई नाव मेँ
छेद समान है,बुराई छोटी हो बडी नाव तो डुबो ही देती है..!
16. हमेशा सकारात्मक सोच रखो..!
17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता है बस उस हुनर को दुनिया के सामने लाओ..!
18. कोई काम छोटा नही होता हर काम बडा होता है जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहे हो
 अगर वह काम आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या असर होता..?
19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ करते है
20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही बल्कि कुछ करना पडता
पेड बूढा ही सही, आंगन में रहनेदो,
फल न सही, छाव तो अवश्य देगा
ठीक उसी प्रकार माता-पिता बूढे ही सही,
घर में ही रहने दो, दोलत तो नहीं कमा सकते,
लेकीन आपके बच्चों को संस्कार अवश्य देगे ।।


नेत्रदान

नेत्रदान 



एक 18 साल का लड़का ट्रेन में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा था।
अचानक वो ख़ुशी में जोर से चिल्लाया "पिताजी, वो देखो,
पेड़ पीछे जा रहा हैं"। उसके पिता ने स्नेह से उसके सिर पर हाथ फिराया।
वो लड़का फिर चिल्लाया "पिताजी वो देखो, आसमान में बादल भी ट्रेन के साथ साथ चल रहे हैं"।

पिता की आँखों से आंसू निकल गए।
पास बैठा आदमी ये सब देख रहा था। उसने कहा इतना बड़ा होने के बाद भी आपका लड़का बच्चो
जैसी हरकते कर रहा हैं। आप इसको किसी अच्छे डॉक्टर से क्यों नहीं दिखाते?? 

पिता ने कहा की वो लोग डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं। मेरा बेटा जन्म से अँधा था। 
आज ही उसको नयी आँखे मिली हैं।
...
नेत्रदान करे। किसी के जीवन में रौशनी भरे।



"ज़हर क्या है"..?





किसी ने भगवान श्री कृष्ण से पुछा..
"ज़हर क्या है"..?
भगवान श्री कृष्ण ने बहुत सुन्दर जबाब दिया...
"हर वो चीज़ जो ज़िन्दगी में
आवश्यकता से अधिक होती है
वही ज़हर है"..
(फ़िर चाहे वो ताक़त हो, धन हो, भूख हो, लालच हो, अभिमान हो, आलस हो, महत्वकाँक्षा हो, प्रेम हो या घृणा..
आवश्यकता से अधिक
"ज़हर" ही है..)



WRITE TO US ON

JAY KALLAJI !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

Email : kalajiparivar@gmail.com or kalajiparivar@yahoo.in

Online Chat : Yahoo : kalajiparivar == G Talk : kalajiparivar

web : http://www.kalajiparivar.blogspot.com/

विशेष निवेदन

कल्लाजी परिवार मे किसी भी प्रकार का नकद दान नही लिया जाता हैं !!

Comment & Suggest Us..

HTML Comment Box is loading comments...